मेरी बेटी मेरा गौरव सबको यह समझाएंगे। मिलकर रक्षा करनी होगी ऐसी अलख जगाये मेरी बेटी मेरा गौरव सबको यह समझाएंगे। मिलकर रक्षा करनी होगी ऐसी अलख जगाये
सदियों से वीरान पड़े हैं बहुत मंदिर जो अपना इतिहास कह रहे है । सदियों से वीरान पड़े हैं बहुत मंदिर जो अपना इतिहास कह रहे है ।
एक कठिन समय की शुरूआत हुई थी 1757 में, हार गया सिराज-उद-दौलह, जो युद्ध हुआ पलासी में। एक कठिन समय की शुरूआत हुई थी 1757 में, हार गया सिराज-उद-दौलह, जो युद्ध हुआ पल...
मैं रिसता रहा रिसता रहूंगा तू क्या जाने पीर मेरा। मैं रिसता रहा रिसता रहूंगा तू क्या जाने पीर मेरा।
तर्पण अर्पण का तथ्य सत्य का सार्थक रिश्तों का प्यार। तर्पण अर्पण का तथ्य सत्य का सार्थक रिश्तों का प्यार।
कहीं कमी ना पड़ने दूँ मैं ऑक्सीजन दूँ भरपूर बदले में कुछ ना चाहूं मैं कहीं कमी ना पड़ने दूँ मैं ऑक्सीजन दूँ भरपूर बदले में कुछ ना चाहूं मैं